मध्यप्रदेश में धान की खरीदी शुरू हुए एक महीना हो चुका है पर अभी तक सिर्फ 27756 किसानो ने ही अपनी धान बेंची है। वजह है चुनावी वादों से बनी किसानों की उम्मीदें। किसानों को उम्मीद है कि उन्होंने जिस पार्टी को वोट दिया है उसकी ही सरकार बनेगी और अपने सभी वादे पूरे करेगी। इसलिए किसान नए समर्थन मूल्य और कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं धान को लेकर राजनैतिक दलो मे सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि किसान कांग्रेस के पक्ष में है और उसे कांग्रेस के वादों पर भरोसा है। जबकि भाजपा का कहना है कि किसान अभी खेतों मे लगे हुए हैं और जिसको समय मिल रहा है वो धान बेचने आ रहा है। साथ ही प्रशासन ने दावा किया है कि खरीदी अच्च्छी हो रही है और धान की आवाक लगातार आ रही है …