मध्यप्रदेश में भाजपा को कई सीटों पर बहुत ही मामूली अंतरों से हार मिली है। भाजपा बहुमत से सिर्फ सात सीटें पीछे रह गईं। वहीं एक दर्जन ऐसी सीटें हैं जहां जीते हुए कांग्रेस या निर्दलीय उम्मीदवार और भाजपा उम्मीदवार के बीच हार जीत के अंतर से ज्यादा वोट नोटा में पड़े हैं। हम बता रहे हैं ऐसी 12 सीटों के बारे में जिनमें अगर नोटा में वोट नहीं पड़ते तो हो सकता है कि इस समय मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार होती।