देश के प्रधानमंत्री भले ही स्वच्छ भारत की कितनी ही बात करते हों पर छिंदवाड़ा के परसिया में जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है। यहाँ साप्ताहिक बाजार के लिए आवंटित मैदान में व्यापारियों ने स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए शौचालय निर्माण की मांग रखी थी। जिसे प्रशासन ने पूरा भी कर दिया था। पर जिस ठेकेदार को शौचालय निर्माण का काम दिया गया था। उसने बहुत ही लापरवाही से काम किया और लाखों का घोटाला करते हुए ऐसे शौचालयों का निर्माण किया। जिनमें से सीमेंट के पपड़े निकल रहे हैं। और शौचालय के अंदर गंदगी होने की वजह से कोई भी इन शौचालयों का उपयोग नहीं करता। जिससे पूरे प्रांगण में गंदगी फैल रही है और व्यापारी जमकर परेशान हो रहे हैं।