मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार लगता है कर्ज लेने का एक नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है। मध्यप्रदेश में खाली खजाने के चलते कांग्रेस के वचन पत्र की घोषणाओं को पूरा करने के लिए भारी भरकम बजट की जरूरत है और पूरी सरकार कर्ज पर ही निर्भर है। सूत्रों की मानें तो इसके लिए कमलनाथ सरकार एक बार फिर एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। आपके बता दें कि डेढ़ माह के दौरान कर्ज लेने का यह तीसरा मौका है इससे पहले सोलह सौ करोड़ और एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज पहले लिया जा चुका है। सूत्रों का यह भी कहना है कि ये वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले सरकार और भी कर्ज ले सकती है। जानकारों की मानें तो यह सरकार भी प्रदेश की जनता पर कर्ज का बड़ा बोझ डालने जा रही है।