मुख्यमंत्री कमलनाथ को अंग्रेजी पंसद है। इसलिये 15 साल बाद मुख्यमंत्री सचिवालय और सभी सरकारी विभागों में अंग्रेजी में कामकाज शुरू करने के निर्देश हुए हैं। सीएम के पास भेजी जाने वाली फाइलों में अंग्रेजी में टीप लिखी जा रही है साथ ही मंत्रियों को अपनी टीप अंग्रेजी में लिखने के लिये कहा जा रहा है। ये चर्चा इन दिनों सियासी गलियारों में तेजी से फैल रही है। दरअसल केंद्र सरकार के मंत्रालयों में कामकाज अंग्रेजी में होता है। मुख्यमंत्री कमलनाथ लंबे समय तक केन्द्रीय मंत्री रहे। सीएम बनने के बाद उन्होंने IAS सर्विस मीट में अपना पहला भाषण अंग्रेजी में दिया था। हालांकि अंग्रेजी में कामकाज बढ़ने से मंत्रालय के सहायक सचिव, उप सचिव और अपर सचिव स्तर के अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है उन्हें निचले स्तर पर नोटशीट हिन्दी में और सीएम के पास भेजने के लिये अंग्रेजी में लिखना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत मंत्रियों को हो सकती है और जानकारों का कहना है कि कमलनाथ कैबिनेट में बमुश्किल सात-आठ मंत्री अंग्रेजी में लिख-पढ़ सकते हैं। हालांकि इस तरह की खबरों का कांग्रेस पदाधिकारी सोशल मीडिया पर खंडन कर रहे हैं।