दमोह के सियासी हलकों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या मध्यप्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया को दमोह से प्रहलाद पटेल ने हरवाया था? जानकारों का कहना है कि दमोह की लोधी बहुल चार विधानसभा सीटों पर लोधी समाज से आने वाले प्रहलाद पटेल का काफी प्रभाव है। कहा जा रहा है कि लोधी समाज से ही आने वाले रामकृष्ण कुसमारिया ने भी प्रहलाद पटेल की शह पर ही बगावती तेवर अपनाए थे और कांग्रेस की ओर से राहुल लोधी को टिकट मिलने से भाजपा का परंपरागत माना जाने वाला लोधी वोट बंट गया और मलैया की हार हो गई। कहीं न कहीं मलैया की हार के पीछे प्रहलाद पटेल ही कारण थे क्योंकि वो लोधी बहुल इलाकों में लोधी वोटरों को नहीं साध पाए या जानबूझकर नहीं साधा। यह भी कहा जा रहा है कि अगर कुसमारिया कांग्रेस में शामिल हो जाते हैं और दमोह से सांसद का चुनाव लड़ते हैं तो प्रहलाद पटेल अपनी सीट बदल सकते हैं।