देवास में पुलिस ने 4 अप्रैल को हुई कांग्रेस नेता विश्राम मंडलोई की हत्या का खुलासा कर दिया है। विश्राम मंडलोई की हत्या उनके खुद के बेटे महेंद्र ने की थी। जो कि खुद को उपेक्षित समझता था। दरअसल विश्राम मंडलोई की दो पत्नियां थी और उनके एक आगनवाड़ी कार्यकर्ता से भी संबंध थे। साथ ही विश्राम अपनी दूसरी पत्नी के बेटों पर ज्यादा ध्यान देते थे। और उन्होंने अपनी जमीन की देखरेख करने के लिए बड़े बेटे की पढ़ाई भी छुड़वा दी थी। जिससे महेन्द्र खुद को उपेक्षित समझने लगा था। और उसका रोजाना पिता से विवाद होता रहता था। जिसके बाद वह 3 तारीख की रात को अपने पिता को खाना देने गया और नशे की हालत में पिता को सोता देख वहीं रखी कुल्हाड़ी से सिर पर वार कर अपने पिता की हत्या कर दी। इस मामले को सुलझाने में पुलिस की पूरी टीम का विशेष योगदान रहा। और एसपी ने टीम को 10 हजार का इनाम भी दिया है।