बिजली कटौती और कांग्रेस का चोली दामन का साथ है। ऐसा अब तक MP की जनता को तो लगता ही था खुद कांग्रेस के लोग भी अब ये मानने लगे हैं। नहीं तो ऐसा क्यों होता कि CM कमलनाथ छिंदवाड़ा में वोट डाल रहे हैं और तभी बिजली चली जाती है और सीएम को फोटोग्राफरों के कैमरे के फ्लैश की रौशनी में वोट डालना पड़ता है। यही नहीं मध्यप्रदेश में बिजली कटौती के चलते सत्ता गंवा चुके और बीजेपी की ओर से मिस्टर बंटाधार का खिताब पा चुके दिग्गी राजा का पीछा भी बिजली कटौती ने नहीं छोड़ा है। दिग्गी राजा की सभाओं में बिजली जाना अब आम बात हो चुकी है। सोमवार को दो बार ऐसा वाकया हुआ तो दिग्गी राजा के गुस्से का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने सभा के मंच से ही बिजली कंपनी के अधिकारी को फोन लगाया और जमकर फटकार लगा दी। दिग्गी राजा की शिकायत थी कि जहां जहां वो जा रहे हैं बिजली कटौती उनके पीछा कर रही है। स्थिति ये है कि अब दिग्गी राजा अपनी सभा में बिजली कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी लेकर जा रहे हैं। भोपाल की सभा में दिग्गी राजा ने आरोप लगाया कि बीजेपी वाले जानबूझकर उनकी सभाओं की बिजली कटवा रहे हैं। अब दिग्गी राजा को कौन बताए कि साहब बीजेपी की सत्ता जा चुकी है और अब आपकी कमलनाथ जी की सरकार है अब भी अगर बीजेपी वाले आपकी बिजली काट रहे हैं तो फिर आपके सरकार में होने का क्या मतलब है। खैर हमारी तो दिग्गी राजा जी को यही सलाह है कि कंप्यूटर बाबा, बैराग्यनंद जैसे कई बाबा और संत आपके पाले में भी हैं तो इनसे कुछ विद्युत कटौती कष्ट निवारण यज्ञ हवन करवा लें… वो भी समय रहते… नहीं तो लोकसभा चुनाव के दौरान अगर इसी तरह बिजली जाती रही तो जनता एक बार फिर आपकी बत्ती गुल करने से नहीं हिचकिचाएगी।