आधुनिकता के इस जमाने में लगता है मध्यप्रदेश वापस सामंती युग की ओर लौट रहा है। घटना खातेगांव के चंदवाना की है जहां पर एक आदिवासी युवक को कुछ लोगों ने कड़ी धूप में जानवरों की तरह एक पेड़ से बांध दिया। युवक का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने खेती के लिए इन लोगों से 60 किलो चने उधार लिए थे और लौटा नहीं पाया था। हरिप्रसाद नामक युवक ने मदनलाल गोंड से दो साल पहले चने लिए थे लेकिन वह न तो चने लौटा पाया न ही उसकी कीमत अदा कर पाया। इसी बात को लेकर मदनलाल और उसके बेटे सतीश ने हरिप्रसाद को अपने घर बुलाया और उसकी पिटाई करने के बाद उसे बेर के पेड़ से जंजीरों में जकड़ दिया। कड़ी धूप में हरिप्रसाद जंजीर में जकड़ा खड़ा रहा। गांव वालों ने मदनलाल और उसके बेटे को समझाया लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद हरिप्रसाद की पत्नी ने पुलिस को फोन करके बुलाया। पुलिस ने आकर पीड़ित युवक को छुड़ाया और आरोपियों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है।