बिलासपुर के खैरा में गाव के सरपंच ने कोटवार के जरिए मुनादी कराई कि गांव के लोग अपना स्मार्ट हेल्थ कार्ड बनवाएं। जब गांव के लोग हेल्थ कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे तो एक एनजीओ के कर्मचारियों ने स्मार्ट हेल्थ कार्ड के नाम पर 100-100 रुपए ले लिए। ग्रामीणों से कहा गया कि इस स्मार्ट हेल्थ कार्ड से 20 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त होगा। शंका होने पर ग्रामीणों ने चपोरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पता किया तो मालूम पड़ा कि कोई भी ऐसे स्मार्ट कार्ड नहीं बना सकता है । यदि बनता है तो पहले उनके पास सूचना आती है। उसके बाद ग्रामीणों ने 112 नंबर डायल करके इसकी सूचना दी और 112 के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर दो युवकों को पकड़ कर थाने ले आई। लेकिन गांव के सरपंच का फोन आने के बाद थाना प्रभारी ने उन्हें छोड़ दिया। सरपंच की इस कार्रवाई से गांव के लोगों में नाराजगी है।