मध्यप्रदेश में मौसमी पारे के साथ साथ सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। पूरे लोकसभा चुनाव में किसान कर्ज माफी के मुद्दे ने बाकी मुद्दों को पीछे छोड़ दिया है। बीजेपी के नेता शिवराज सिंह चौहान अपनी हर सभा में कांग्रेस सरकार पर किसान कर्ज माफी के मामले में वादा खिलाफी के आरोप लगा रहे हैं और इन आरोपों से तिलमिलाई कांग्रेस की पूरी सरकार और पार्टी काउंटर करने में जुट गई है। मंगलवार को वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी की अगुआई में कांग्रेसी गाड़ी भरकर कागज लेकर शिवराज के घर पहुंच गए इसके बाद खुद सीएम कमलनाथ को प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर सफाई देनी पड़ी। कमलनाथ ने एक तरफ तो इस पीसी को गैर राजनैतिक बताया लेकिन इसमें भी किसान कर्ज माफी को लेकर शिवराज के राजनैतिक आरोपों की राजनैतिक सफाई ही सुनाई। कमलनाथ ने हालांकि वही सारी बातें बताईं जो कांग्रेस के सोशल मीडिया के जांबांज सिपाही पहले ही मीडिया के सामने रख चुके थे। कुल मिलाकर लग रहा है कि शिवराज का कर्ज माफी वाला तीर कांग्रेस को गहरे जाकर लगा है और उसकी तिलमिलाहट इतनी है कि पूरी कांग्रेस पार्टी और सरकार सिर्फ इसी एक मुद्दे को काउंटर करने में लग गई है।