रविवार को कमलनाथ कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में लोकसभा चुनावों में हार को लेकर मंथन चिंतन हुआ अब सोमवार 27 मई को कैबिनेट की औपचारिक बैठक रखी गई है। 26 मई को हुई अनौपचारिक बैठक में लोकसभा चुनाव में हार पर तो चर्चा हुई ही मंत्रियों ने भाजपा का मुंह बंद करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर बहुमत साबित करने के लिए भी सीएम कमलनाथ को कहा। 27 मई को जो बैठक होने जा रही है वो मुख्य रूप से विकास के मुद्दों पर केंद्रित रहने वाली है। आचार संहिता लागू होने के कारण प्रदेश में बहुत सारे काम रुके हुए थे वहीं कांग्रेस की महत्वाकांक्षी किसान कर्ज माफी योजना का भी काम रुका था जिसे पूरा करने पर चर्चा होगी वहीं कुछ बड़े फैसले भी हो सकते हैं। माना जा रहा है कि सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए रेत उत्खनन नीति में कुछ बदलाव कर सकती है यानी नई रेत नीति लागू हो सकती है साथ ही पन्ना की हीरा खदान की नीलामी को कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल सकती है। आज की बैठक में प्रदेश में गौशालाओं के निर्माण और लंबे समय से सरकारी भूमि पर काबिज मंदिरों के स्थायीकरण पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में बिजली सप्लाई को लेकर आई समस्याओं और शिकायतों पर भी चर्चा होने संभावना है। बैठक में जून या जुलाई में संभावित विधानसभा सत्र की तैयारी को लेकर भी चर्चा होगी। इस सत्र में सरकार को वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पारित करना है। इसके अलावा Cabinet के members आय के स्रोत बढ़ाने पर भी विचार करेंगे।