फिल्में हमारे देश में महज़ मनोरंजन का माध्यम नहीं हैं बल्कि सामाजिक, राजनैतिक बदलाव में भी अहम भूमिका निभाती आई हैं। जब से फिल्मों का दौर शुरू हुआ है तत्कालीन सामाजिक ताने बाने ने जितना फिल्मों पर प्रभाव डाला है उससे कहीं अधिक फिल्मों ने समाज में बदलाव किया है। हर दौर की फिल्में अपने समय की सामाजिक परिस्थितियों में बदलाव का सबब बनी हैं। रहन-सहन, बोली-भाषा, फैशन पर तो फिल्मों ने असर डाला ही है सामाजिक बुराईयों को दूर करने और जागरूकता लाने के लिए भी इन फिल्मों ने ही माहौल बनाया है। और अगर ऐसे में हम कहें कि फिल्मों ने लोगों में राजनैतिक चेतना लाने का भी काम किया है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। बात सिर्फ 2019 के चुनावों की ही नहीं है पहले भी फिल्मों ने देश में एक माहौल बनाने का काम किया है। कह सकते हैं कि फिल्में तत्कालीन सामाजिक और राजनैतिक घटनाक्रमों का आइना होती हैं। या ये भी कभी-कभी फिल्में सामाजिक, राजनैतिक माहौल बनाने का भी काम करती हैं। डिटेल में जाने के बजाय हम फिलहाल बात करेंगे कुछ उन फिल्मों की जो 2019 में रिलीज़ हुईं और कहीं न कहीं इनका फायदा बीजेपी और मोदी को मिला। कुछ लोग ये भी कह सकते हैं कि ये फिल्में जानबूझकर लोकसभा चुनावों के समय पर रिलीज़ की गईं लेकिन इन फिल्मों ने देश में राष्ट्रवाद और देशभक्ति का माहौल तो बनाया ही जिसका सीधा फायदा नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने उठाया वहीं कुछ फिल्में तो सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी और बीजेपी को फायदा और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाई गई थीं। हम ऐसी ही 8 फिल्मों का जिक्र कर रहे हैं जिनके कारण प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बीजेपी को जीत में मदद मिली।
1. बाटला हाउस-
इस फिल्म में दिल्ली में हुए बाटला हाउस एनकाउंटर की कहानी दिखाई गई थी। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक कांग्रेस के कुछ नेताओं और खुद सोनिया गांधी ने बाटला हाउस में मारे गए आतंकियों की तरफदारी की थी। इस फिल्म ने लोगों को फिर से पुरानी बातें याद दिलाईं और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया।
3. उड़ी द सर्जिकल स्ट्राइक-
PM नरेंद्र मोदी और बीजेपी की केंद्र सरकार ने पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक का सियासी फायदा लिया और इस फिल्म ने उन्हें और फायदा पहुंचाने का काम किया। फिल्म में नरेंद्र मोदी, मनोहर पर्रिकर के कैरेक्टर्स का महिमा मंडन किया गया और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले विपक्षी नेताओं की नेगेटिव छवि पेश की गई। फिल्म से मोदी सरकार के लिए माहौल बना और सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि हुई।
4. मणिकर्णिका-
रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर आधारित इस फिल्म ने देश भक्ति का जुनून जगाने का काम तो किया ही। अगर कहा जाए कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे दिग्गज कांग्रेसी को मध्यप्रदेश में हराने के पीछे कहीं न कहीं ये फिल्म भी थी तो गलत नहीं होगा। मणिकर्णिका फिल्म में रानी लक्ष्मी बाई की शहादत के पीछे सिंधिया खानदान की अंग्रेज़ों से मिलीभगत का जिक्र किया गया है जिसके कारण सिंधिया के खिलाफ माहौल बनाया। बीजेपी के लोगों ने फिल्म में सिंधिया की गद्दारी वाले सीन को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश में इसके कारण कांग्रेस और सिंधिया को नुकसान हुआ।
5. केसरी
लोकसभा चुनावों के समय रिलीज़ हुई इस फिल्म ने देश में भगवा माहौल बनाने का काम किया। देशभक्ति के अलावा लोगों ने केसरी रंग को बीजेपी के भगवा से रिलेट किया और राष्ट्रवाद की लहर फिल्म देखने वालों में जमकर दौड़ी। फिल्म के गानों ने भी लोगों में राष्ट्रवाद की अलख जगाई जिसका फायदा बीजेपी को मिला।
6. द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर
ये पूरी तरह प्रोपेगंडा फिल्म चुनाव के समय बनाई ही बीजेपी को फायदा दिलाने और कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए थी। कांग्रेसियों ने चुनाव के मौके पर फिल्म की रिलीज़ का विरोध किया लेकिन सफल नहीं हुए। फिल्म ने मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ माहौल बनाया।
7. ताशकंद फाइल्स
ये फाइल भी लोकसभा चुनावों के समय का राजनैतिक लाभ लेने के लिए बनाई गई थी। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की मौत की कॉन्स्पिरेसी तो है ही कांग्रेस को दोषी ठहराने का प्रयास भी किया गया है। फिल्म के कई संवाद तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं की नेगेटिव इमेज बनाते हैं। इस फिल्म से भी कांग्रेस को नुकसान और बीजेपी को फायदा हुआ।
8. मोदी बायोग्राफी
हालांकि चुनाव के समय ये फिल्म रिलीज़ नहीं हो पाई लेकिन इसके ट्रेलर, पोस्टर और इसको लेकर हुए विवादों ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया। PM नरेंद्र मोदी नाम से फिल्म बनाने का उद्देश्य ही नरेंद्र मोदी की सुपर ह्यूमन छवि बनाना और आम चुनावों में फायदा दिलाना था। चुनाव के दौरान रिलीज़ नहीं होकर भी इस फिल्म ने अपना काम किया और बीजेपी और नरेंद्र मोदी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
वीओ- तो देखा आपने की किस तरह कुछ गैर राजनैतिक तरीके भी थे जिनके जरिए बीजेपी और नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनावों में बंपर जीत मिली। इस बात में कोई शक नहीं है कि इन फिल्मों ने देश में एक लहर , एक माहौल बनाने का काम किया जिसका फायदा सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी को मिला और कांग्रेस नुकसान में रही।