छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में अडानी ग्रुप को खदान दिए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है। इस मामले में अब भूपेश बघेल सरकार ने अडानी को तगड़ा झटका दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने वनों की कटाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री ने बस्तर सांसद दीपक बैज और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के साथ आये प्रतिनिधिमंडल की बातों को मानते हुए ये कदम उठाया है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एनएमडीसी की 13 नंबर की खदान अडानी ग्रुप को खनन के लिए अलॉट की गई थी। इसका विरोध करते हुए हजारों की संख्या में आदिवासी एनएमडीसी का घेराव कर रहे हैं। इस संबंध में बस्तर सांसद के साथ एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिला था, इस दौरान वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई बातचीत के बाद बड़ा फैसला लेते हुए नंदराज पर्वत और उसके आसपास होने वाली पेड़ों की कटाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा 2014 में जिस ग्रामसभा के जरिये इस खनन और वनों की कटाई को मंजूरी दी गयी थी, उस ग्रामसभा की जांच का आदेश भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए हैं। अडानी को खदान दिए जाने के लिए हुए MOU के संबंध में भी छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र सरकार को पत्र लिखेगी।