आकाश विजयवर्गीय के बचाव में उतरे नरोत्तम मिश्रा,आकाश हमारे परिवार का बच्चा है, आकाश एक जन प्रतिनिधि है, आकाश अपने परिवार के लिए वहां निगम अधिकारियों से नहीं लड़ा था, वह एक गरीब महिला के ऊपर होने वाले अत्याचार के लिए भावा वेश में ऐसा कदम उठा बैठा,उसकी लड़ाई उस मां के लिए थी जिसको निगम कर्मी जबरदस्ती बेघर कर रहे थे, आकाश का उद्देश्य गंगा की तरह पवित्र था,उसकी क्रियान्वयन में त्रुटि हो सकती है क्योंकि उसका राजनीतिक अनुभव कम है, हम उसकी आगे की राजनीति के लिए उसे समझाएगे।