जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू हो रही है। आज भगवान जगन्नाथ को रथ पर सवार किया जाएगा और भव्य यात्रा के साथ जगन्नाथ भगवान अपनी मौसी के घर के लिए रवाना होंगे। भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर गुंडिचा देवी का मंदिर है, जहां श्री जगन्नाथ भगवान हर साल एक सप्ताह रहने के लिए जाते हैं। इस दिन यात्रा की तैयारी सुबह से ही शुरू हो जाएगी और दिनभर कई रीति-रिवाज करने के बाद रथ खींचने का पावन कार्य शाम 4 बजे से शुरू होगा। यह रथ यात्रा धार्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें भाग लेने और भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु पुरी पहुंचते हैं। इस रथ यात्रा का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। इसके लिए तीन विशाल रथ तैयार किए जाते हैं। ये रथ हर साल नए बनाए जाते हैं और उन्हें बनाने की प्रक्रिया बसंत पंचमी से शुरू हो जाती है।
हेरा पंचमी का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। मां लक्ष्मी भगवान जगन्नाथ की पत्नी हैं। जब भगवान जगन्नाथ अपने निवास स्थान नहीं लौटते तो माता लक्ष्मी परेशान हो जाती हैं और गुंडिचा मंदिर जाकर भगवान जगन्नाथ से मिलती हैं। इस दौरान मंदिर से वह पालकी में विराजमान निकलती हैं।