राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष कौन होगा। दरअसल काफी अरसे से गांधी-नेहरू परिवार के बगैर कांग्रेस के अस्तित्व की कल्पना ही नहीं की जा रही थी जबकि देखा जाए तो गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों के बगैर भी कांग्रेस ने बढ़िया प्रदर्शन किया है और कांग्रेस के 134 साल के इतिहास में 60 लोग अध्यक्ष बने हैं जिनमें सिर्फ 6 लोग ही गांधी नेहरू परिवार से थे बाकी 54 लोग बाहरी थे। आजादी के बाद भी कांग्रेस के गैर -गांधी नेहरू अध्यक्षों ने कांग्रेस को अच्छे से संभाला है और सरकार बनाई है। बल्कि गांधी नेहरू परिवार के राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अध्यक्षता में भी कांग्रेस की हालत खराब हुई है और पार्टी लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। राहुल गांधी के इस्तीफे का बाद के परिदृश्य पर गौर करें तो अभी भी पार्टी के पास टैलेंट की कोई कमी नहीं है। पांच प्रदेशों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री हैं मध्यप्रदेश में कमलनाथ, पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह, राजस्थान में अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और पुडुचेरी में वी नारायणसामी। इसके अलावा पार्टी में अहमद पटेल, ग़ुलाम नबी आज़ाद, पी चिदंबरम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल, दिग्विजय सिंह, डॉ. मनमोहन सिंह, एके एंटनी, वीरप्पा मोइली, मल्लिकार्जुन खड़गे, सुशील कुमार शिंदे, मीरा कुमार, अंबिका सोनी, मोहसिना किदवई, शीला दीक्षित जैसे अनुभवी नेता भी हैं जो अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी बखूबी निभा सकते हैं। हालांकि इसके लिए कांग्रेस के नेताओं को गांधी नेहरू परिवार के दायरे से बाहर निकलकर सोचना होगा और नए अध्यक्ष के नेतृत्व में नई सोच के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने की रणनीति बनानी होगी।