केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने लोकसभा में प्रस्तुत किए गए अपने पहले बजट में सन् 2022 तक ‘हर घर में बिजली’ और सन् 2024 तक ‘हर नल में पानी’ का जिक्र किया है। उनका यह कथन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नीति आयोग की बैठक में दिए गए वक्तव्य से हू-ब-हू मेल खाता है। उल्लेखनीय है कि नीति आयोग की बैठक में बघेल ने सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश में पेयजल की उपलब्धता की स्थिति का जिक्र करते हुए इसके लिए प्रयास करने की जरुरत जताई थी। भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में कहा था ‘‘जिस प्रकार शत-प्रतिशत विद्युतीकरण को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास हुए हैं उसी प्रकार हर घर में पेयजल की व्यवस्था के लिए भी प्रयासों की जरूरत है। इसके बाद केंद्रीय बजट में भूपेश बघेल के इस विजन को शामिल किया गया है जिसमें हर घर में बिजली और हर नल में पानी लाने का लक्ष्य रखा गया है।