बाहर से सामान्य नजर आने वाली भारतीय जनता पार्टी में अंदर कुछ गहरी उथल-पुथल मची हुई है। इसका कुछ नमूना राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के हालिया ट्वीट्स से लगाया जा सकता है। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल की संघ में वापसी और उनकी जगह बीएल संतोष के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनने के बाद प्रभात झा ने कुछ ट्वीट किए जिसे उनके मन की बात और दिल का दर्द बताया जा रहा है। खास बात ये है कि इन ट्वीट्स में प्रभात झा ने कुछ बहुत ही कड़वे संदेश दिए हैं। ये ट्वीट पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवराज सिंह चौहान को टैग भी किए गए हैं। झा ने ट्वीट करके कहा है – कि किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि कल यह आपके साथ भी हो सकता है। झा ने लिखा है- अच्छा ‘संगठक’ वही होता है जो हर व्यक्ति को काम में जुटा ले। एक अन्य ट्वीट में झा ने कहा कि जिम्मेदारी का मतलब ‘मैं ही हूं’ का भाव नहीं होना चाहिए। एक और ट्वीट में झा ने लिखा कि “आप” और “हम”, “मैं” और “तू” में अंतर है। एक में विनम्रता है तो दूसरे में अपनत्व है। वहीं यह राग बिगड़ता है तो मानवीय संबंध बिगड़ जाते हैं। हालांकि इन ट्वीट्स में झा ने किसी का नाम नहीं लिखा है लेकिन माना जा रहा है कि प्रभात झा पार्टी में लंबे अरसे से साइडलाइन किए जाने से नाराज और दुखी हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाकर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दे दी गईं। हालांकि इन ट्वीट्स का मीडिया में अलग अलग अर्थ लगाए जाने के बाद फिर से प्रभात झा ने ट्वीट करके मीडिया को ही निशाने पर ले लिया- झा ने लिखा कि कल ट्वीट के जरिये हमने वही बातें लिखी है जो अपने वरिष्ठों से अनेक बौद्धिक में सुनता रहा हूं। इसमें कोई नई बात नहीं है। निर्विकार भाव से किये गए बातों की साक्षी ईश्वर ही होता है। – सामान्य तौर पर सनातन बातें जो सदैव मेरी विचारधारा के पुरखों द्वारा कही जाती रही है, मैंने सिर्फ उसका स्मरण किया है। – दुर्भाग्य है कि मीडिया अपनी पिली निगाहों से इन सभी चीजों को देखती है। वैसे जानकारी मिली है कि झा के इन ट्वीट्स को बीजेपी में भी काफी गंभीरता से लिया जा रहा है।