मध्यप्रदेश विधानसभा में मत विभाजन के दौरान बीजेपी को करारी मात देकर कमलनाथ ने साबित कर दिया कि वे अभी भी राजनीति के चाणक्य हैं। बीजेपी के नेता खोखले दावे करते रह गए लेकिन कमलनाथ ने बीजेपी के भीतर ही सेंध लगा दी। newslivemp.com में हमने लोकसभा चुनाव के पहले ही बताया था कि कई बीजेपी विधायक कमलनाथ के संपर्क में हैं जिनमें विंध्य महाकौशल इलाके के कुछ विधायक शामिल हैं। इनमें से अधिकांश विधायक वे हैं जो पहले कांग्रेस में रह चुके हैं और एक या दो चुनाव पहले बीजेपी में आए हैं। फिलहाल मध्यप्रदेश विधानसभा में मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी विधायक शरद कोल ने खुलकर कमलनाथ का साथ दिया लेकिन अभी भी कुछ विधायक ऐसे हैं जो समय आने पर अपने पत्ते खोलेंगे। विधानसभा में पूरा बहुमत नहीं मिलने के बावजूद कमलनाथ ने सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी लेकिन कुछ बीजेपी के विधायकों को भी साध रखा था ताकि वक्त पड़ने पर उनका साथ मिल सके। बुधवार को विधानसभा में मत विभाजन के समय हालांकि कमलनाथ सरकार के पास पर्याप्त संख्या बल था लेकिन फिर भी बीजेपी के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करके कमलनाथ का साथ दिया। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अभी भी कमलनाथ के संपर्क में बीजेपी के पांच विधायक और हैं जिनका इस्तेमाल वे समय आने पर कर सकते हैं।