वारासिवनी जिले में मानसून की बेरुखी से किसानी के काम ठप्प पड़े हुए हैं और आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो रहा है। अब लोग देवताओं को प्रसन्न करने के लिए धार्मिक अनुष्ठानों का सहारा लेने लगे हैं। जिले भर में बारिश के लिए अखंड रामायण पाठ सहित तरह-तरह के धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में वारा ग्राम पंचायत के सैकड़ो ग्रामीणों ने वर्षो से चली आ रही आदिवासी परंपरा के अनुरूप बुधवार को रूठे हुए इंद्रदेव को मनाने के लिए भीमसेन भगवान की पूजा अर्चना कर जल्द बारिश होने की प्रार्थना की। खास बात ये रही कि गांव के मुस्लिम सरपंच राजा अली ने धार्मिक एकता और सद्भावना की मिसाल पेश करते हुए सभी धार्मिक अनुष्ठानों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया और देश में अलगाववादी ताकतों को करारा जवाब दिया। ग्राम पंचायत वारा के माता मंदिर में इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने पहले माता मंदिर में पूजा पाठ किया। इसके बाद सभी ग्रामीण पैदल गांव का भ्रमण करते हुए गायत्री मंदिर रोड पर स्थित भीमसेन भगवान के स्थल पर पहुंचे और जल्द बारिश होने की कामना करते हुए भगवान भीमसेन का आव्हान किया। पूजा अर्चना के बाद भगवान भीमसेन को रोट मलिंदा का भोग लगाकर भंडारा किया गया जिसमें बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने सामूहिक भोज किया। सरपंच राजा अली का कहना है कि ये गांव की पुरानी परंपरा है और इसके माध्यम से भगवान भीमसेन को खुश किया जाता है और वे अच्छी वर्षा का वरदान देते हैं।