मध्यप्रदेश में बीजेपी से बगावत करके कांग्रेस के खेमे में लौटने वाले विधायकों को लेकर नाराजगी के सुर बुलंद होने लगे हैं। मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी विधायक शरद कोल ने बीजेपी से बगावत कर दी है और कांग्रेस ने उनका स्वागत किया है लेकिन मुख्य रूप से विंध्य इलाके से ताल्लुक रखने वाले इन विधायकों की वापसी से इनके इलाके के कांग्रेसी नेता खुश नहीं हैं। विंध्य इलाके के सीनियर लीडर अजय सिंह ने भी खुलकर नाराजगी जाहिर की है। अजय सिंह का कहना है कि नारायण त्रिपाठी को वापस लेने से पहले पार्टी को सोचना चाहिए था कि इससे निष्ठावान कार्यकर्ताओं पर क्या गुजरेगी। आपको बता दें कि नारायण त्रिपाठी पहले समाजवादी पार्टी में थे और 2013 में अजय सिंह ही उनको कांग्रेस में लेकर आए थे और कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनवाया था लेकिन 2014 में लोकसभा चुनाव के समय जब अजय सिंह सतना से उम्मीदवार बने तो वोटिंग से दो दिन पहले ही नारायण त्रिपाठी ने गच्चा दे दिया और शिवराज के साथ बीजेपी में शामिल हो गए और अजय सिंह को हराने में बीजेपी उम्मीदवार गणेश सिंह की मदद की थी। यही कारण है कि अजय सिंह नारायण त्रिपाठी को वापस कांग्रेस में लेने से नाराज हैं। यही नहीं नारायण त्रिपाठी के विधानसभा क्षेत्र मैहर के कांग्रेसी कार्यकर्ता भी पार्टी के इस फैसले से नाराज हैं और खुलकर बगावत पर उतारू हैं। अगर नारायण त्रिपाठी की कांग्रेस में वापसी होती है तो विंध्य इलाके में कांग्रेस में बड़ी बगावत देखने को मिल सकती है।