पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अनेक लोगों के जीवन में सुखद परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विदेशों में फंसे हजारों भारतीयों की मदद की। सैकड़ों लोगों को आउट ऑफ दे वे जाकर भारत लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक ट्वीट पर मदद करने को तैयार सुषमा स्वराज के लोगों की सहायता करने के अनेक किस्से हैं लेकिन पाकिस्तान में फंसी मूक-बधिर गीता को भारत लाकर सुरक्षित शेल्टर दिलवाने में उनकी भूमिका बेहद सराहनीय रही। फिलहाल इंदौर में रह रही मूक-बधिर गीता सिर्फ सुषमा स्वराज की कोशिशों की बदौलत ही भारत लौट सकी। गीता 10 सालों से पाकिस्तान में फंसी हुई थी और उसे याद नहीं है कि उसके मां-बाप कहां रहते हैं। सुषमा स्वराज अपनी कोशिशों से उसे भारत लेकर आईं और गीता के मां-बाप को ढूंढने की भरसक कोशिश की और इसके लिए इनाम भी रखा। सुषमा स्वराज ने एक मां की तरह गीता की मदद की और उसके लिए दूल्हा ढूंढने में भी दिलचस्पी दिखाई। सुषमा स्वराज के निधन की खबर मिलने के बाद गीता फूट-फूटकर रो पड़ी और इशारों में बताया कि वह अनाथ हो गई है।