मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है बल्कि कहा जाए कि कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। आपकी कलह से जूझ रही कांग्रेस में मंत्री और विधायक आपस में जूझ रहे हैं। बात परिवार की अंदरूनी कलह से कहीं ज्यादा बढ़ चुकी है और अब मसला अंदरूनी न रह के सार्वजनिक हो गया है। अब सिंधिया समर्थक दो विधायकों ने सिंधिया गुट के ही एक मंत्री पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। अंबाह विधायक कमलेश जाटव और गोहद विधायक रणवीर जाटव ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट पर ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए बेटे के जरिए पैसे मांगने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इन विधायकों ने सीएम कमलनाथ से इस मामले की शिकायत की लेकिन सीएम ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने से मना कर दिया। वहीं अब ये विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलकर मामले की शिकायत करने वाले हैं। विधायकों का कहना है कि उन्होंने मंत्री तुलसी सिलावट को नर्सेस की पोस्टिग के लिए प्रस्ताव बनाकर दिए लेकिन मंत्री ने इंदौर में अपने बेटे से मिलने के लिए कहा और सिलावट के बेटा आवेदक से पैसे मांगता है।
वहीं अब इस मामले में तुलसी सिलावट कुछ भी कहने से बच रहे हैं। सिलावट इस पूरे आरोप को कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी मामला बता रहे हैं। सिलावट का कहना है कि वे पार्टी फोरम पर अपनी बात कहेंगे।
बाईट- तुलसी सिलावट स्वास्थ्य मंत्री, म.प्र.
जिस तरह से कांग्रेस सरकार में आठ महीने में ही गुटबाजी, फूट और आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है उसको देखकर बीजेपी वाले तो मजे ले ही रहे हैं। प्रदेश की जनता भी हैरान है कि आखिर विकास के कामों के बजाय आपसी कलह में व्यस्त सरकार के मंत्रियों के पास प्रदेश की जनता के लिए समय कब होगा। जब मंत्री अपनी पार्टी के ही विधायकों से ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए पैसे मांग रहे हैं तो फिर जनता का तो भगवान ही मालिक है।