जिस तरह से कांग्रेस हाईकमान के गलियारों से खबरें निकल कर आ रही हैं उससे जाहिर हो रहा है कि फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया के एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के कोई चांस नहीं हैं। मध्यप्रदेश में काफी समय से सिंधिया समर्थक हल्ला मचा रहे हैं कि महाराज को एमपी कांग्रेस की कमान सौंपी जाए। लेकिन वर्तमान पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने ऐसा दांव खेला कि सिंधिया और उनके समर्थक चारों खाने चित्त हो गए। कमलनाथ ने दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कान में कोई ऐसा मंत्र फूंक दिया है जिससे फिलहाल प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव टल गया है। सोनिया ने सिंधिया को भी बुलाकर साफ शब्दों में समझा दिया है कि उनके पीसीसी अध्यक्ष बनने के कोई चांस नहीं हैं। तभी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में मीडिया के सामने ऐलान कर दिया कि उनकी कांग्रेस हाईकमान से बात हो गई है और जो भी निर्णय कांग्रेस हाई कमान यानी राहुल और सोनिया लेंगे वो उन्हें मंजूर है। कहा जा रहा है कि सिंधिया समर्थकों के बवाल के बीच सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की राजनीति में कई दूसरे बवाल खड़े कर दिये जिनके कारण कांग्रेस हाई कमान को लगा कि सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाने से पार्टी में बगावत और फूट पड़ सकती है। यही कारण है कि पीसीसी अध्यक्ष का चुनाव फिलहाल टाल दिया गया है और सीएम कमलनाथ ही अभी कांग्रेस की कमान अपने हाथों में रखेंगे।