वैसे तो बारिश से राजनीति का कोई लेना- देना नही होता है लेकिन कुछ लोगों ने इसे राजनीति व हमारी सरकार से जोड़ दिया. उस दिन से ही इंद्र देवता प्रदेश पर इतने मेहरबान है कि बरसात रुक ही नहीं रही है.चारों ओर पानी-पानी,सारा सूखा ख़त्म. संदेश आ गया कि प्रदेश में अब सब अच्छा-अच्छा ही होगा.
पहले बारिश का न होना और फिर जोरदार बारिश से तरबतर होना. वैसे तो इस बात का सियासत से कोई लेनादेना नहीं फिर भी बारिश की बूंदें सियासी गलियारों को गर्मा रही है. मुख्यमंत्री कमलनाथ का ये ट्वीट यूं हीं नहीं है. ये उस सियासी आरोप का जवाब है जो कुछ समय पहले उन पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगाया था. सीएम कमलनाथ के ट्वीट के बाद एक ट्विटर यूजर ने जवाब में एक अखबार की ये पुरानी कटिंग शेयर की है. जिससे साफ है कि अब सीएम ने शिवराज के इसी आरोप का जवाब दिया है. हालांकि आरोप प्रत्यारोग का दौर बारिश के साथ थम जाए ये जरूरी नहीं क्योंकि जरूरत से ज्यादा बारिश भी इन राजनेताओं को कुछ नए मुद्दे दे ही जाएगी.