सीएम कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा का जिला अस्पताल हमेशा सुर्खियों में बना रहता है… कई बार डॉक्टरों की लापरवाही से मरीजों की जान पर बन आती है… छिंदवाड़ा मुख्यालय की 24 वर्षीय महिला 6 से 7 महीने पहले जिला हॉस्पिटल मैं भर्ती हुई थी… जिसका लगातार इलाज चल रहा था… चिकित्सकों सहित नर्सो को पता था कि महिला एचआईवी पॉजिटिव है… और प्रसव के समय सुरक्षा के इंतजामों को ध्यान में रखते हुए ही प्रसव कराना है… लेकिन जाँच में सामने आ रहा है कि एक वरिष्ठ नर्स की एप्रोच के चलते सबसे पहले पीड़ित महिला का सीजर अस्पताल में करा दिया गया… महिला के परिजनों ने शहर के जीविका पैथोलॉजी लैब में 19 जून को एचआईवी और सिकलिंग टेस्ट कराया गया था… जिसमें महिला की रिपोर्ट मैं एचआईवी निगेटिव बताया गया… इसी रिपोर्ट के आधार पर सीजर आपरेशन कर दिया गया… जब वरिष्ठ डॉक्टरों को इसका पता चला तो आपरेशन थियेटर बंद कर दिया गया और मामले को रफा—दफा करने की कोशिश की गई… अब देखना होगा कि छिंदवाड़ा मॉडल का दंभ भरने वाले सीएम कमलनाथ मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं….