जनसंपर्क मंत्री
कांग्रेस के सामने एक और संकट, भई मामला अब तक ये था कि सीएम कमलनाथ अपनी पार्टी की गुटबाजी को दूर करें. मंत्री एक दूसरे पर आरोप लगाना बंद करें और पार्टी में सामांजस्य स्थापित हो सके. अब ये तो हो नहीं सका. कांग्रेस अब तक यही नहीं चुन सकी कि उनका अगला प्रदेशाध्यक्ष कौन होगा. और अब दूसरी परेशानी मुंह बाय खड़ी है. परेशानी ये है कि अब मंत्री और अफसरों के सुर ही अलग अलग हो गए हैं. गणेश विसर्जन के दौरान हुए दर्दनाक नाव हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यसचिव एस आर मोहंती ने दलील दी है कि इस हादसे में प्रशासन की कोई गलती नहीं है. सीएस के इस बयान पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के विचार कुछ जुदा से हैं
शर्माउनके बयान से साफ जाहिर है कि प्रदेश के सबसे आला प्रशासनिक नुमाइंदे से जनसंपर्क मंत्री की राय बिलकुल नहीं मिलती. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शासन और प्रशासन का तालमेल कैसा है. न्यूज लाइव एमपी डेस्क.