कांग्रेस की कमान दोबारा थामने के बाद सोनिया गांधी रिस्ट्रक्चरिंग की मुहिम भी तेज कर दी है. पार्टी में फेरबदल तेजी से जारी है. और बैठकों का दौर भी. इस बैठक में मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ भी शामिल हुए. साथ ही दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बैठक का हिस्सा बने. लेकिन ये तीन दिग्गज भी प्रदेश के लिए कुछ खास सौगात नहीं ला सके. न ही गुटबाजी को दूर करने के लिए कोई मंत्र मिला और न ही नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम का कोई हिंट या ऐलान. दिल्ली दरबार से मिली तो सिर्फ कुछ नसीहतें. जो सरकार चलाने के सुधार पर टिकी हैं. सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अपनी सरकार के कामकाज की मार्केटिंग करने के टिप्स दिए हैं. साथ ही नेताओं की सुनवाई के लिए कांग्रेस ऑफिस में मंत्रियों के बैठने की व्यवस्था के भी दिशा निर्देश दिए हैं. अब सोनिया गांधी की ये सीख सीएम कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय के बीच की खाई को कितना पाट पाती है ये देखना भी दिलचस्प होगा. न्यूज लाइव एमपी डेस्क.