ये सैलाब न सिर्फ रतलाम के गाव भडानखुर्द में आया है. बल्कि इन लोगों की तकदीर में भी आया है. जो रातोंरात अपना घर खाली करके जाने पर मजबूर हैं. बारिश का कहर पूरे प्रदेश में कुछ यूं बरस रहा है कि हर गांव हरसूद में तब्दील हो रहा है. रतलाम के इस गांव का तालाब बारिश का कहर झेल नहीं सका. तालाब का पानी ओवरफ्लो हो कर पूरे गांव को डूबाने चल पड़ा. रात के अंधेरे में लोगों ने अपना आशियाना छोड़ा. अपना गांव छोड़ा और चल दिए उस अनजान जगह जहां प्रशासन ने उनके रहने का फौरी बंदोबस्त किया है. उनकी खुशनसीबी ये कि प्रशासन ने बिना वक्त गंवाए रेस्क्यू मिशन शुरू किया और जानोमाल के नुकसान के बगैर लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया.
स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी सक्रीय हो गई. सिर्फ यही गांव नहीं, रतलाम का कटारा गांव, कुंदनपुर सब बारिश के पानी में डूब रहे हैं. कहीं रपटे पर चढ़ा पानी मौत बन कर बह निकला है तो कहीं तालाब फूट कर त्राहि त्राही करने पर मजबूर कर रहे हैं. हर चीखती आवाज, पानी में डूबती कराहट यही पूछती है कि पानी का ये सितम कब रूकेगा