संत समागम शुरू होते ही प्रदेश के साधु संतों में फूट नजर आने लगी है. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सिर जीत का सेहरा सजाने का श्रेय कंप्यूटर बाबा को भी जाता है. जाहिर है सरकार में उन्हें तवज्जो तो मिलेगी ही. लेकिन ये बात प्रदेश के कुछ अन्य साधु संतों को रास नहीं आ रही. जिसमें देवमुरारी बापू भी एक हैं. जिन्हें समागम का न तो न्यौता मिला और न ही कुछ अन्य लाभ. तो बाबा हो गए नाराज. बिन बुलाए समागम तो जा नहीं सकते. तो थाने ही पहुंच गए. और लगा दिए कंप्यूटर बाबा पर संगीन आरोप. देवमुरारी बापू का आरोप है कि कंप्यूटर बाबा से उनकी जान को खतरा है. केवल इतना ही नहीं कमलनाथ सरकार भी उनके निशाने पर रही.
बाइट- देवमुरारी बापू