बीजेपी के आला नेता और थिंक टैंक अमित शाह ने जीत के लिए जो भी रणनीति बनाई. तकरीबन हर बार वो कारगर रही. पर ये पहला मौका है कि उनके नेतृत्व में बीजेपी की कोई रणनीति फेल होने जा रही है. कम से कम राजस्थान में तो ऐसा ही है. जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सियासी बाजी को कुछ यूं पलटा कि शह और मात के लिए तैनात पयादे ही उलट पलट हो गए. यहां भी सरकार को ढहाने के लिए बीजेपी का ऑपरेशन लोटस चल रहा था. विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बहूमत से सिर्फ एक सीट दूर थी. लेकिन निर्दलीय नेताओं में अपनी गहरी पैठ के चलते गहलोत ये जंग जीत गए और सूबे के सरताज भी बन गए. हालांकि सरकार कमजोर करने की बीजेपी की कोशिशें जारी रहीं. पर अब गहलोत ने वो दांव खेला है कि बीजेपी के नेताओं समेत बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी सकते में हैं. मायावती की पार्टी यानि कि बीएसपी के राजस्थान के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. यानि अब कांग्रेस के पास 106 विधायकों का साथ हैं. यानि सरकार को कोई खतरा नहीं. और ऑपरेशन लोटस भी मुरझा गया है.