एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री रहे अजीत पवार के इस्तीफे पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ताज्जुब की बात ये है कि उनके इस्तीफे की वजह उनके चाचा और एनसीपी के वरिष्ट नेता शरद पवार को भी नहीं पता है. न ही पार्टी का कोई सदस्य और उनके परिजन इस्तीफे की वजह समझ पाए हैं. बैंक घोटाले में ईडी ने शरद पवार, अजीत पवार सहित सत्तर अन्य लोगों के नाम मामला दर्ज किया है. इसके ठीक बाद पवार के इस्तीफे को पारीवारिक विवाद की वजह भी माना जा रहा था. लेकिन शरद पवार ने स्पष्ट कर दिया कि उनके परिवार में कोई विवाद नहीं है. अजीत पवार के बेटे के हवाले से शरद पवार ने कहा कि ‘मैंने उनके बेटे से बात की, जिन्होंने मुझे बताया कि उनके पिता बेचैन थे क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी वजह से उनके चाचा का नाम (शरद पवार) को बैंक घोटाले में घसीटा गया जबकि इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है….’
लेकिन इस तर्क से इस्तीफे को लेकर कोई तस्वीर साफ नहीं होती नजर नहीं आई. वो भी चुनाव से पहले पार्टी के कद्दावर नेता का यूं बेचैन होना कांग्रेस एनसीपी गठबंधन के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है.