राज्यपाल लालजी टंडन से बीजेपी के नेता नाराज चल रहे हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे ये अनुमान तो उस कार्यक्रम को देखकर लगाया जा सकता था. जो राज्यपाल ने राजभवन में रखा था दशहरे के मौके पर. इसमें कांग्रेस के नेता तो पहुंचे, शहर की तमाम नामी गिरामी हस्तियां भी पहुंचीं लेकिन बीजेपी का कोई नेता नहीं पहुंचा. इसकी वजह क्या हो सकती है ये तो साफ साफ कहा नहीं जा सकता. लेकिन सूत्र हाल ही में नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में आए अध्यादेश को इसकी वजह बता रहे हैं. दरअसल बीजेपी चाहती थी कि महापौर के अप्रत्यक्ष चुनाव से संबंधित अध्यादेश को राज्यपाल मंजूरी न दें और कांग्रेस इस अध्यादेश पर मंजूरी चाहती थी. एक बार तो राज्यपाल ने अध्यादेश को मंजूरी नहीं दी. लेकिन सीएम कमलनाथ से मुलाकात के बाद राज्यपाल ने अध्यादेश को मंजूरी दे दी. जाहिर है इसमें बीजेपी की हार भी है और नगरीय निकाय चुनाव में नुकसान भी. लिहाजा उनकी नाराजगी अपनी पार्टी के वरिष्ट नेता और अब प्रदेश के राज्यपाल के खिलाफ दिखाई दे रही है.