खंडवा. ओंकारेश्वर बांध को पूरी क्षमता से 196.6 मीटर भरने के आदेश के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन के साथ डूब प्रभावितों ने कामनखेड़ा में शुक्रवार से जल सत्याग्रह शुरू कर दिया. नबआं के आलोक अग्रवाल के साथ पीड़ित ग्रामीण गांव के पास डैम के भरे पानी में कमर तक उतरे पीड़ितों के साथ नबआं की मांग है कि जब तक सभी प्रभावितों का पुनर्वास नहीं हो जाता, तब तक सरकार बांध को नहीं भरें. हालांकि 21 अक्टूबर से प्रतिदिन बांध का जलस्तर 30 सेंटीमीटर बढ़ रहा है. जिससे कई गांव के रास्ते कट गए और सैकड़ों एकड़ जमीन टापू बन गई है. वास्तविकता है कि अभी भी लगभग 2000 बाकी परिवारों का पुनर्वास होना बाकी है. न्यूज लाइव एमपी के लिए सनावद से विवेक विद्यार्थी की रिपोर्ट