अपनी ही सरकार और पार्टी में अलग—थलग पड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया अब अपने पिता के सपनों को साकार करने में जुट गए हैं… स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने ग्वालियर में 1000 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का सपना देखा था और जीवित रहते गोला के मंदिर के पास शिलान्यास भी कर दिया था.. लेकिन वह अस्पताल बन पाता इससे पहले ही उनका स्वर्गवास हो गया था… अब 33 साल बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर अपने पिता के सपने को साकार करवाने की कवायद तेज कर दी है… जिसके बाद ग्वालियर प्रशासन ने प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा है… बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री माधवराव सिंधिया ने अस्पताल के लिए 20 एकड़ की जमीन भी आवंटित करवा ली थी… और अस्पताल की बिल्डिंग भी तैयार थी… लेकिन कंपनी के घाटे में जाने पर काम बंद कर दिया था.. अब फिर से 15 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और सिंधिया इस अस्पताल को शुरू करवाने की कोशिश कर रहे हैं…