महाराष्ट्र में फडणवीस ने भले ही सीएम पद की शपथ ले ली हो लेकिन सरकार बनाने के लिए तीस नवंबर का वक्त है. और राजनीति की बिसात पलटने के लिए इतना वक्त बहुत होता है. लिहाजा एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि किसी भी तरह वो अपने विधायकों को बचा सकें. यानि दोनों दलों को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है. इससे पहले भी अपने विधायकों को महफूज रखने के लिए इन्हें जयपुर भेजा जा चुका है. अब भोपाल में इन्हें सेफ जोन नजर आ रहा है. खबरे हैं कि कांग्रेस समेत एनसीपी के विधायकों को भी भोपाल या राजस्थान के किसी शहर में भेजा जा सकता है. ताकि ये सरकार बनने की खरीद फरोख्त से बच सकें. इनमें से कुछ विधायकों को सीएम हाउस, भोपाल के किसी होटल और छिंदवाड़ा के किसी होटल में रखा जा सकता है.