वैम्प मोहिनी, कैबरे डांसर, मनमोहक अदा, बोल्ड एक्ट्रेस इनमें से किसी भी एक टॉपिक पर 80 के दशक में अगर बात होती थी. तो लोगों की जुबां पर एक ही नाम होता था सिल्क स्मिता. विजयलक्ष्मी से बनी स्मिता अपना खर्च चलाने के लिए वह एक अदाकारा के घर में काम वाली का काम करने लगीं लेकिन कुछ समय बाद ही वह उस अदाकारा की मेकअप आर्टिस्ट बन गईं. लेकिन उनका सांवला रंग और नशीली आंखें उनके आकर्षण को बहुत दिन छुपा नहीं सकी और बहुत जल्द सिल्क को छोटे मोटे रोल मिलने लगे और उनका नाम विजयलक्ष्मी से बदलकर स्मिता हो गया. 1979 में सिल्क की जिंदगी में यू टर्न आया और मलयालम फिल्म इनाए थेडी में सिल्क को एक बड़ा रोल मिल गया. इसके बाद सिल्क ने पीछे मुड़कर नहीं देखा . अपनी सेक्सी इमेज को भुनाने के लिए सिल्क ने फिल्मों में कैबरे डांस तक किए. तमिल फिल्म वंडी चक्रम उनके करिअर की सुपर हिट फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में निभाए गए सिल्क के किरदार से स्मिता को इतना लगाव हो गया था कि उन्होंने अपने नाम के आगे सिल्क लिखना शुरू कर दिया. सिल्क की बोल्ड इमेज को देखते हुए डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसरों की लाइन लग गई. 23 सितम्बर 1996 को चेन्नई स्थित एक अपार्टमेंट में मात्र 36 साल की सिल्क स्मिता ने मौत को गले लगा लिया. चेन्नई पुलिस ने भी केस को आत्महत्या का नाम दे कर फाइल बंद कर दी. जबकि कुछ लोग इसे आज भी हत्या ही मानते हैं.