मध्यप्रदेश के वन मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी उमंग सिंघार ने झारखंड के चुनाव में जी तोड़ मेहनत की है. झारखंड में कांग्रेस की जीत का थोड़ा बहुत क्रेडिट तो उनको जाता ही. अब इस मेहनत का उनको फल मिलेगा या सजा मिलेगी ये बड़ा सवाल है. सिंघार ने काम तो अच्छा किया है लेकिन उसका क्रेडिट देना पार्टी के लिए इतना आसान नहीं है. क्योंकि दिग्विजय सिंह से पंगा लेकर सिंघार पहले ही एक मुसीबत मोल ले चुके हैं. दरअसल उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कुछ आऱोप लगाए थे. जिसकी वजह से दिग्गी उनसे खफा हैं. मामले की जांच के लिए आलाकमान ने कमेटी तक बना दी थी. तो अगर अब झारखंड का इनाम सिंघार को दिया तो दिग्गी राजा नाराज हो जाएंगे क्योंकि वो बयान दर्ज करवा चुके हैं. तो ये देखना दिलचस्प होगा कि दिग्गी सिंधिया के खेमे के इस मंत्री को बख्श देते हैं या पार्टी पर उन्हें सजा देने का जोर डलवाते हैं या खुद पार्टी सिंघार को तवज्जो देती है और मेहनत का फल भी.