क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, वर्ल्ड कप जीतने के बाद जिसके लिए पूरी टीम ने गाया था तुझमें रब दिखता है. जिसके पिच पर आते ही सचिन सचिन के नारों से स्टेडियम गूंज उठता था. क्रिकेट का वही भगवान अब महाराष्ट्र की नई नई ठाकरे सरकार के लिए बेमानी हो गया है. ऐसा तो है नहीं कि सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट खेलना बंद किया है तो उनके फैन्स ने उन्हें याद करना बंद कर दिया. उनके फैन्स सचिन को आज भी खेल के मैदान में मिस करते हैं. पर शायद ठाकरे सरकार के सरताज उद्धव ठाकरे ये बात नहीं समझते. उनके लिए तो सचिन से भी बढ़ कर है पुत्रमोह. क्योंकि बेटा ही तो है जिसकी बदौलत सत्ता की ललक ठाकरे परिवार के भीतर तक पहुंची. पिता बाल ठाकरे ने तो कभी सत्ता और कुर्सी का मोह न पाला न पालना सिखाया. लेकिन तीसरी पीढ़ी ने ठाकरे परिवार का इतिहास बदल दिया. सत्ता हासिल की तो फैसले भी मर्जी के ही होंगे. ठाकरेजी को लगा कि ये सचिन वचिन, क्रिकेट के भगवान अब पुरानी बात हो चली है. इसलिए इनकी सुरक्षा हटा देनी चाहिए. सो हटा दी. और उनके बदले अपने लाड़ले लल्ला को दिलवा दी जेड प्लस सुरक्षा. यानि जिस बेटे को विधायक बने अभी छह महीने भी नहीं हुए उसे शरद पवार सरीखी सुरक्षा दी जा रही है. और अरसे से क्रिकेट के भगवान बन कर लोगों के दिलों पर राज करने वाले सचिन तेंदुलकर की जेड श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली गई है. अब सचिन के फैन्स ही बताएंगे कि ये सही हुआ या गलत.