झारखंड में कांग्रेस और जेएमएम की मिलीजुली सरकार बन गई है… तब से ही प्रदेश के महाराज फूले फिर रहे हैं… हों भी क्यों ना झारखंड जीत के सूत्रधार जो थे… लेकिन इसका क्रेडिट सिंधिया महाराज को मिलने के बजाय उनके शागिर्द उमंग सिंघार को ही मिल रहा है….प्रदेश की राजधानी के एक चौराहे पर होर्डिंग लगे हैं कि झारखंड जीत के सूत्रधार उमंग सिंघार लिखा गया है….और कही साइड में सिंधिया जी का छोटा सा फोटो लगाकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई…. इसके बाद से ही सिंघार को सिंधिया से भी नेता सिंघार समर्थक मान रहे हैं… देखना हो कि प्रदेश में अपनी जगह स्थापित ना कर पाए सिंधिया क्या होर्डिंगों में अपनी जगह बचा पाते हैं या नहीं…