ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस को जबरदस्त शिकस्त झेलनी पड़ी है. सिंधिया के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद विधायकों को मैनेज करने में कांग्रेस बुरी तरह फेल दिखी. नतीजा ये कि अब सिंधिया जैसा आला नेता बीजेपी के पास है. और कांग्रेस खाली हाथ है. मध्यप्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने इस वजह से बड़ा नुकसान झेला है. पर कांग्रेस में ही यदि किसी को फायदा हुआ है तो वो हैं राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट. जिनके लिए ये कहना गलत नहीं होगा कि सिंधिया के पार्टी छोड़ते ही उनकी लॉटरी निकल गई है. दरअसल अब तक सिंधिया राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बेहद करीबी थे. पर उनके जाने के बाद जो खाली स्थान है उसे भरने के लिए पायलट का नाम ही सबसे आगे है. दूसरी बात ये भी कही जा रही है कि सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस ये भी समझ चुकी है कि युवाओं को तरजीह देना जरूरी हो गया है. और इसमें कोई दो राय नहीं कि सिंधिया के बाद पायलट ही पार्टी के सबसे युवा और ताकतवर चेहरे बचे हैं. ऐसे में ये तय है कि अब पार्टी में पायलट का कद बढ़ेगा