पिछले दिनों एक मीम वायरल था. शायद आपकी नजर भी उस पर गई हो कि पति अपनी पत्नी के लिए मार्केट में मैचिंग मास्क ढूंढ रहा है. आमतौर पर जब भी ऐसी कोई घटना होती है महिलाएं और उनकी मैचिंग की आदतों पर ऐसे ही मीम वायरल होते हैं. पर क्या पुरूष इस आदत से बचे हैं. जी जनाब बिलकुल नहीं. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो बिलकुल ही नहीं. जो कोरोना पर जितने फिक्रमंद हैं उसके मास्क की चिंता शायद उससे भी ज्यादा करते हैं. पिछले दिनों शिवराज जितनी बार नजर आए उतनी बार मैचिंग मास्क में दिखे. अब इस पर किसी औऱ ने गौर किया हो या न किया हो. कांग्रेस ने जरूर गौर किया और पूछ डाला ये सवाल. कोरोना से मप्र में मौते हो रही हैं, 21 दिन का लॉकडाउन है, कई ज़िलों में कर्फ़्यू है, लोग घरों में क़ैद हैं और मप्र के सीएम कपड़ों से मैच होते मास्क पहन रहे हैं। शिवराज जी, क्या इस महामारी के बीच आपका ये फ़ैशन शो आपको लज्जित नहीं करता..? भई सवाल तो जायज है क्योंकि एन 95 मास्क लोगों को आसानी से मिल नहीं रहे और जिसकी जेब में पैसे कम है वो तो इन मास्क को ही अफॉर्ड नहीं कर पा रहा. और शिवराज हैं कि मैचिंग मास्क पहन पहन कर लोगों को जला रहे हैं.