मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराकर शिवराज की सरकार बनी लेकिन जिस वक्त शिवराज की ताजपोशी हुई उस वक्त प्रदेश कोरोनावायरस कट से गिर चुका था संकट बड़ा था तो शिवराज सिंह चौहान ने भी ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू किए अफसरों के तबादले हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई ताकि कोरोनावायरस आ जा जा सके लेकिन जिस तेजी से प्रदेश में कोरोनावायरस बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए लगता है कि यह काम इतनी आसानी से नहीं होगा दूसरी बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है उन अफसरों की को रोने की चपेट में आने से जो इस समस्या से लड़ने के लिए अग्रणी पंक्ति में शामिल थे वह अफसर आपको रोना की चपेट में है दूसरी बड़ी मुश्किल यह है कि सोशल डिस्टेंसिंग के चलते शिवराज अभी अपने मंत्रिमंडल का गठन भी नहीं कर सकते जिसकी वजह से शिवराज फिलहाल वन मैन आर्मी की तरह ही काम कर रहे हैं लेकिन इतना लंबा समय बहुत है कांग्रेस पूरी तेजी से सक्रिय है जिसे देखते हुए लगता है कि वह बाजी पलटने के लिए पूरी सक्रियता से काम कर रही है कहीं ऐसा ना हो कि उपचुनाव में कांग्रेस बाजी मार जाए और शिवराज सरकार के लिए फिर खतरे की घंटी बज जाए