सारी दुनिया का बोझ उठाने वालों का बोझ कौन उठाएगा?

कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के कारण परिवहन के साधनों पर भी ब्रेक लगा हुआ है. कभी न थमने वाले रेल के पहिए भी थमे हुए हैं. इसका असर मुसाफिरों का बोझ उठाकर अपना और अपने परिवार का पेट पालने वाले कुलियों पर भी साफ नजर आ रहा है. कुली भी अब संकट में हैं.भोपाल रेलवे स्टेशन पर कुलियों की भागदौड़ रहती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा है. न ही ट्रेन आ रही है और ना ही कुली.और इसके कारण कुलीयो को दो वक्त की रोटी मिलना मुश्किल हो गया है

(Visited 42 times, 1 visits today)

You might be interested in