जानिए कैसे पड़ा इस मंदिर का नाम टपकेश्वर महादेव मंदिर.

बुदनी तहसील में स्थित भगवान भोलेनाथ के इस मंदिर टपककेश्वर महादेव मंदिर कहा जाता है. श्रावण माह ही नहीं यहां  बारह महीने प्रकृति भगवान शिव का अभिषेक करती रहती है. टपकेश्वर महादेव मंदिर बुदनी तहसील से करीब 25  किलोमीटर दूर विध्यांचल पर्वतों की पहाडिय़ों में बीचों-बीच स्थित है.टपकेश्वर महादेव मंदिर जाने के लिए भक्तों को दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर जाना पड़ता है .जानकारों का कहना हैकि यहां भयंकर गर्मी के दिनों में पहाड़ों से पानी रिसता रहता है. इस पानी से नित्य-निरंतर भगवान भोले का अभिषेक होता रहता है. टपकते हुए पानी से भगवान का अभिषेक होने के कारण इनका नाम टपकेश्वर महादेव पड़ गया. यहां साल के बाहर महीने श्रद्धालु अभिषेक-पूजन करने आते ही रहते है.टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी का स्रोत कहां से आता है, यह बात आज तक रहस्य बना हुआ है. चट्टानों से बनी गुफा की विशेषता देखते ही बनती है. यहां विशेष पूजा-अर्चना यूं तो पूरे वर्ष चलती रहती है, लेकिन श्रावण सोमवार में इस स्थान का महत्व और बढ़ जाता हैबुधनी से मुकेश प्रजापति की रिपोर्
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