कांग्रेस को ज्योतिरादित्य सिंधिया की फिक्र करने की बिलकुल जरूरत नहीं. सिंधिया को निपटाने के लिए बीजेपी में ही लंबी चौड़ी प्लानिंग हो रही है. बताया जा रहा है कि सिंधिया ने जिस तरह पहले मंत्रिमंडल विस्तार और फिर विभाग बंटवारे में अड़ंगे लगाए उसे देखकर बीजेपी और खासतौर से सीएम शिवराज सिंह चौहान खौफजदा हैं. सिंधिया के शुरूआती तेवर देखने के बाद अब शिवराज सिंह चौहान ने फैसला कर लिया है कि कांग्रेस के इतने विधायक तोड़ कर बीजेपी में शामिल करवाएं जाएं कि सिंधिया समर्थकों की जरूरत ही न पड़े. फिर पार्टी में रहना न रहना उनका अपना फैसला होगा. शिवराज समेत बीजेपी की प्रदेश इकाई से जुड़े नेताओं का मानना है कि कार्यकाल पूरा होने के बीच में सिंधिया अगर किसी मामले पर अड़े तो पार्टी के पास उनके बिना भी सरकार चलाने की गुंजाइश होना चाहिए. बस इसी सोच के लिए हर क्षेत्र के विधायकों को तोड़कर बीजेपी से जोड़ा जा रहा है. खासबात ये है कि इस पूरी प्रक्रिया में बीजेपी उन विधायकों को बिलकुल नहीं छेड़ रही है जो किसी भी तरह सिंधिया के प्रभाव वाले इलाके से आते हों. इसलिए चंबल और मालवा की बजाए बुंदेलखंड, महाकौशल और विंध्य पर जोर दिया जा रहा है. और वो विधायक छांटे जा रहे हैं जो किसी भी हालत में सिंधिया के टच में न हों. इस तरह बीजेपी पूरे सिंधिया गुट को निपटाने की तैयारी में बताई जा रही है. अब देखना ये है कि सिंधिया इस वार से निपटने के लिए कितना तैयार रहते हैं.#congressmlajoinsbjp #scindiasamarthak #bjp #congress #dalbadal #scindiasupporters #morecongressmlatojoinbjp #mpnews #newslivemp