जो पोहा खाता है वो बांग्लादेशी है?
जो पोहे खाता है वो देश में घुसपैठिया है?
ये सवाल हमारे नहीं ये सवाल तो उन सोशल मीडिया यूजर्स के हैं. जो पोहे के शौकीन हैं. लेकिन बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की बात सुनकर उनके दिल टूट गए हैं. विजयवर्गीय ने हाल ही में एक भाषण में कहा कि उनके घर में नये कमरे के निर्माण कार्य के दौरान उन्हें छह-सात मजदूरों के खान-पान का तरीका थोड़ा अजीब लगा, क्योंकि वे भोजन में केवल पोहा खा रहे थे. विजयवर्गीय ने कहा कि इन मजदूरों और भवन निर्माण ठेकेदार के सुपरवाइजर से बातचीत के बाद उन्हें संदेह हुआ कि ये श्रमिक बांग्लादेश के रहने वाले हैं. अब किसी के बांग्ला देशी होने से पोहे खाने का क्या ताल्लुक है ये तो विजयवर्गीय ही बता सकते हैं पर इतना तय है कि विजयवर्गीय अपनी ही बात में फंस गए. पोहे के चक्कर में सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है. किसी ने ट्वीट कर उन्हें बताया है कि पोहा महाराष्ट्रीयन्स की फेवरेट डिश है. तो किसी ने पोहा खाते हुए पीएम मोदी की तस्वीरें तक अपलोड कर दीं. बात इतनी बढ़ गई कि विजयवर्गीय को कहना पड़ा कि सिर्फ लोगों को सचेत करने के लिए उन्होंने ये बात कही थी ताकि लोग समझ सकें कि सीएए का विरोध करना क्यों गलत है. पर लोग तो पोहे पर ही अटक कर रह गए.