भारत की पुरानी मान्यताओं और परंपराओं में विश्वास रखने वाले बारिश नहीं होने के लिए इंद्र देवता की नाराजगी मानते हैं। इंद्र देव को मनाने के लिए कई टोने-टोटके किए जाते हैं जिसमें मेंढक-मेंढकी की शादी कराना सबसे पॉपुलर टोटका है। रायसेन के मोगियापुरा में आदिवासी समाज के लोगों ने बरसों से आजमाया हुआ यह टोटका किया और कुछ ही घंटों में इंद्रदेव प्रसन्न हो गए और झमाझम बारिश का आशीर्वाद बरसा दिया। मोगिया आदिवासी समाज के लोग इस टोटके से रुठे हुऐ इंद्रदेवता प्रसन्न करते हैं। इसमें मेंढक मेंढकी को नीम की छोटी छोटी टेहनियों मे बांधकर “”मेढकी रानी पानी दो पानी की वर्षाती दो”” के नारे लगाते हुए अपनी समाज के लोगो के घर घर जाकर खाने पीने के भंडारे का सामान जमा करते है ओर फिर मेंढक मेंढकी की शादी पूरे रीति रिवाज के साथ करवाई जाती है। इसके बाद समाज के लोग इकट्ठा होकर भंडारे में भोजन करते हैं। और हुआ भी यही उधर मेंढक-मेंढकी की शादी हुई इधर रूढे इंद्र देवता मान गए और आधे घंटे तक झमाझम बरसते रहे।