छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी नदी महानदी आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है राजिम मांघी पुन्नी मेला के समाप्त होने के बाद नदी की सफाई के लिए संस्कृति मंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया था पर मंत्री जी की बात अनसुनी कर दी गई है
वहीं नदी में काफी गंदगी हो गई है साथ ही नदी के पानी में से बदबू भी आने लगी है… पानी आचमन के लायक भी नहीं रह गया है..
पानी आचमन के लायक भी नहीं रह गया है नगर की जनता अब इसे बेकार मानती है। वहीं नदी में नहाने से लोगों को खुजली भी होने लगी है तथा तरह-तरह की बीमारियां भी होने लगी हैं साथ ही शहर की नालियों का सारा गंदा पानी यहीं पर आकर इकट्ठा हो जाता है वही इसके निचले इलाके में रहने वाले लोग चर्म रोग वह अन्य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं…..इतनी सम्सयाओं के बाद भी प्रशाशन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है…